फैक्ट चेक: ट्रेन की खिड़कियों के कांच तोड़ने का सालों पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल, रिवर्स सर्च में आई असल बात सामने

ट्रेन की खिड़कियों के कांच तोड़ने का सालों पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल, रिवर्स सर्च में आई असल बात सामने
  • पत्थर और लाठी से किया ट्रेन पर हमला
  • रेल जिहाद के नाम पर वीडियो वायरल
  • असल में 2019 की है क्लिप

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर हाल ही में वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ी एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही थी। जिसमें एक शख्स ट्रेन के कांच तोड़ते हुए नजर आ रहा था। अब इसी तरह की एक और वीडियो तूल पकड़ रही है जिसमें कुछ लोगों को ट्रेन की खिड़कियों पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। लोग पत्थर और लाठी से ट्रेन का कांच तोड़ रहे हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर ट्रेन जिहाद के नाम से शेयर किया जा रहा है। आपको बता दें, रिवर्स सर्च में हमें वायरल क्लिप की सच्चाई पता चली जो कि दावे से बिलकुल भी मेल नहीं खाती।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को शेयर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव पर निशाना साधते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कर रहे हैं। एक यूजर ने वीडियो अपलोड कर लिखा- जिहाद भाई रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से मुहब्बत करते हुए, ट्रेन के डिब्बे तोड़ जा रहे हैं, कहां गायब है शासन और प्रशासन?

वहीं, एक यूजर ने क्लिप शेयर कर लिखा- रेलवे स्टेशन पर ट्रेन जिहाद करते हुए जिहादी! ट्रेन के डिब्बे तोड़े जा रहे हैं? कहां गायब है रेलवे प्रशासन?

क्या है वीडियो के पीछे की सच्चाई?

वायरल वीडियो की सच्चाई पता लगाने के लिए रिवर्स सर्च करने पर हमें 13 दिसंबर 2019 का एक एक्स पोस्ट मिला। यहां पर वायरल वीडियो की तरह ही एक वीडियो अपलोड की गई थी। पोस्ट से मिली जानकारी में लिखा था- कानून लागू करने वाले अधिकारियों को इन लोगों की पहचान करनी चाहिए और पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इससे एक बात तो यहीं साफ हो जाती है कि घटना हालिया नहीं बल्कि सालों पुरानी है।

जांच को आगे बढ़ाने पर हमें द स्टेट्समैन की एक न्यूज रिपोर्ट मिली जिसे 13 दिसंबर 2019 को छपी थी। रिपोर्ट में इस घटना से जुड़ी जानकारी के मुताबिक, ये घटना बंगाल में हुए विरोध प्रदर्शन की है। ये विरोध प्रदर्शन नागरिकता संशोधन कानून को लेकर किया गया था।

इतना ही नहीं बल्कि, ‘South Eastern Railway’ के आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस घटना से जुड़ी तस्वीरें 13 दिसंबर 2019 को अपलोड की गई थीं। जानकारी देते हुए लिखा- उलूबेरिया में गैर-रेलवे मुद्दे पर आयोजित जन आंदोलन के कारण हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेन सेवाएं बाधित हुई हैं। आज (13.12.19) दोपहर 15.22 बजे से लगभग 200 से 250 लोगों ने उलूबेरिया में अप और डाउन लाइन को बाधित किया।

Created On :   16 Sept 2024 9:23 AM GMT

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